हैदराबाद। हैदराबाद पुलिस ने गुरुवार को शहर को भिखारियों से मुक्त करने का बीड़ा उठाया है। इस क्रम में वे सड़कों पर मौजूद भिखारियों को हटाने में जुट गए हैं। गोशामहल एसीपी नरेंद्र रेड्डी ने बताया, ‘पुलिस कमिश्नर एम महेंद्र रेड्डी के निर्देशानुसार शहर को भिखारी मुक्त बनाने के लिए, हमने अपने क्षेत्र में उन लोगों को पुनर्वास केंद्रों में स्थानांतरित कर दिया है।’ आदेश प्राप्त होते ही नगर पुलिस ने भिखारियों को पकड़कर चंचलगुड़ा जेल परिसर में स्थापित पुनर्वास केंद्र (आनंद आश्रम) में भेज दिया है। पुलिस ने यह कहते हुए सड़क पर भीख मांगने पर रोक लगा दी है कि इससे यातायात एवं पैदल चलने वाले लोगों की आवाजाही बाधित होती है और उनपर खतरा पैदा होता है। एसीपी नरेंद्र रेड्डी ने बताया,हैदराबाद की सड़कों पर भीख मांगते भिखारियों पर रोक के लिए आदेश जारी हुए थे। कई भिखारियों को अभद्र तरीके से भीख मांगते हुए मैंने देखा है। सड़कों, बड़े स्टेशनों पर भीख मांगने के लिए बच्चों और विकलांग लोगों को रोजगार दिया जा रहा है। वे वाहन चालकों और पैदल चलने वालों के लिए असुविधा पैदा कर रहे हैं।’ सार्वजनिक जगहों व शहर के मुख्य चौराहों पर दो महीनों तक भिखारियों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा जो 7 जनवरी 2018 तक लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन करने वालों को दंड दिया जाएगा। अधिसूचना के अनुसार आदेश का उल्लंघन करने वाला व्यक्ति आईपीसी की धारा 188 (सरकारी कर्मचारी द्वारा जारी किए गए आदेश की अवहेलना), और हैदराबाद शहर पुलिस अधिनियम के सम्बद्ध प्रावधानों, तेलंगाना भीखमंगी रोकथाम अधिनियम और किशोर न्याय अधिनियम, 2000 के तहत सजा का पात्र होगा। 28 नवंबर से यहां आयोजित होने वाले तीन दिन के आठवें वार्षिक ग्लोबल आंट्रप्रेनोरशिप (जीईएस) 2017 से पहले यह आदेश दिया गया है। सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की बेटी इंवाका ट्रम्प के शामिल होने की संभावना है।
हैदराबाद होगा भिखारी मुक्त शहर, कार्रवाई में जुटी पुलिस
